gandhi jayanti date: इस वर्ष 2023 में गांधी जयंती के उपलक्ष्य में 154 वीं जयंती समारोह में संकल्प लिए जाएंगे 2 अक्टूबर को देशभर में बडे धूम-धाम तैयारी चल रही हैं। देशभर में गांधी स्मार्कों में नामचीन चेहरे प्रतिमाओं पर गाँधी जयंती पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि देंगे। साथ ही बाबू जी के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प भी लेंगे। महात्मा गांधी की यह 154वीं जयंती होगी, जिस पर बापू द्वारा किए गए कार्यों को याद किया जाएगा।
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gandhi jayanti date: देश के पिता के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर आओ स्वच्छता का संकल्प ले
Gandhi Jayanti Date: गाँधी जयंती 2023 आओ कुछ संकल्प ले, गाँधी जी के बारे में बहुत खास: गांधीजी ने न केवल जीवन भर अहिंसा के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि उन्होंने स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और किसानों के अधिकारों का भी मुद्दा उठाया और इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी!! सामाजिक भेदभाव और अशिक्षा। गांधीजी ने हमें स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और एक विशाल आंदोलन का नेतृत्व किया जिसने इतिहास की दिशा बदल दी और हमें आजादी हुई
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा।
गांधी जयंती के शुभ अवसर पर हम सभी मिलकर देश के कल्याण के लिए खुद को समर्पित करने के लिए अपने विचार, भाषण और कार्य में उनके मूल्यों और शिक्षाओं का पालन करने का संकल्प लें
gandhi jayanti date: भारत के इतिहास में 2 अक्टूबर का दिन बेहद खास है
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म हुआ था. महात्मा गांधी ने देश के लोगों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलना सिखाया, सही राह पर चलना और सत्य मार्ग का चयन अपने हक के लिए अंग्रेजों के जुल्म के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से लड़ने की प्रेरणा दी. वहीं, लाल बहादुर शास्त्री ने देश को संकल्प शक्ति दी और अनाज उत्पादन के मामले में देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आगे बढ़ाया. आज देशभर में इन दोनों महापुरुषों की जयंती मनाई जा रही है
भारत आने के साथ ही महात्मा गांधी ने तमाम आंदोलनों में देश की अगुवाई की. तमाम विचारों में बंटी जनता को देश की आजादी के लिए प्रेरित करने और नई ऊर्जा फूंक देने का श्रेय महात्मा गांधी को ही जाता
महात्मा गांधी के प्रमुख नारे
- भारत छोड़ो।
- जहां पवित्रता है, वहीं निर्भयता है।
- पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।
- जहां प्रेम है वहां जीवन है।
- करो या मरो।
- किसी की मेहरबानी मांगना, अपनी आज़ादी बेचना।
- भगवान का कोई धर्म नहीं है।
- भूल करने में पाप है, परंतु उसे छुपाने में उससे भी बड़ा पाप है।
महात्मा या महान आत्मा के रूप में बेहतर जाने जाने वाले गांधी एक भारतीय वकील थे, जिन्होंने 1947 में अपने देश को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी दिलाई थी। महीनों बाद 78 वर्ष की आयु में उनकी हत्या कर दी गई थी। गांधी अपने अहिंसा के दर्शन के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं जिसने नागरिक को प्रेरित किया हैगाँधी जयंती दुनिया भर के अधिकार नेता
मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हें बापू के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें पहली बार अंग्रेजी हुकूमत ने 10 अप्रैल, 1919 को पहली बार गिरफ्तार किया था। हालांकि, यह कोई पहली दफा नहीं था जब गांधी जी ने जेल की यात्रा की हो।
gandhi jayanti date: उनके लक्ष्य
आज़ादी एवं शांति की स्थापना ही उनके जीवन का एक मात्र लक्ष्य था। गांधी जी द्वारा स्वतंत्रता और शांति के लिए शुरू की गई इस लड़ाई ने भारत और दक्षिण अफ्रीका में कई ऐतिहासिक आंदोलनों को एक नई दिशा प्रदान की। गाँधी जयंती
gandhi jayanti date: भारत की स्वतंत्रता के लिए उनका जीवन भर संघर्ष था। 15 अगस्त, 1947 को, अपने देश की आज़ादी का उनका लक्ष्य वास्तविकता बन गया। उत्तर: ईमानदारी, समर्पण, सहनशीलता, आत्म-बलिदान और सहयोग गांधीजी की योजना का हिस्सा हैं।
- स्कूलों, सरकार व गैर सरकारी कार्यालयों में भी महात्मा गांधी को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
- छुआछूत से सफाई तक का संकल्प लेने वाले राष्ट्रिता ने अंग्रेजों को हिंसा से नहीं शांति से परास्त करने का काम किया था
- इस वर्ष 2023 में गांधी जयंती के उपलक्ष्य में 154 वीं जयंती समारोह में संकल्प लिए जाएंगे
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