• September 24, 2024
  • Kareena Sen
  • 0

Chandrayaan-3 new update : क्या आपको पता हैं , प्रज्ञान रोवर ने चांद पर फिर किया कमाल, नई खोज कर सभी को चौंकाया ,चंद्रयान-3 चन्द्रमा पर लैंडिंग के बाद भी लगातार नए नए कमाल कर रहा है। इस बीच चंद्रयान 3 के प्रज्ञान रोवर की एक और नई ख़बर सामने आई है |

Chandrayaan-3 new update
Chandrayaan-3 new update : चन्द्रमा पर प्रज्ञान रोवर ने फिर एक बार और कर दिखाया कमाल जाने क्या हैं ख़ास चंद्रयान-3 की अब तक की कहानी ! 1

Chandrayaan-3 new update

Chandrayaan-3 new update : प्रज्ञान रोवर ने एक बार फिर नई खोज कर कमाल किया है जोकि बहुत महत्वपूर्ण ख़बर है। दरअसल नई ख़बर यह है कि रोवर ने अपने लैंडिंग स्टेशन के पास से चन्द्रमा पर 160 किलोमीटर चौड़ा गड्ढा खोजा है। आपको बता दें कि प्रज्ञान रोवर वर्तमान में खगोलीय पिंड के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में चंद्रमा की सतह की खोज कर रहा है।

यह भी पढ़े – ISRO Recruitment 2024 – इसरो में ड्राइवर, मैकेनिक, कुक सहित कई पदों पर भर्ती, 10वीं पास को मौका, सैलरी डेढ़ लाख तक , तो हो जाए तैयार..

Chandrayaan-3 new update : चन्द्रमा पर प्रज्ञान रोवर ने फिर एक बार और कर दिखाया कमाल जाने क्या हैं

Chandrayaan-3 new update : जैसा की आपको पता ही हैं – कि चन्द्रमा पर चंद्रयान 3 मिशन को भारत ने सफलतापूर्वक पूरा किया था। और साथ ही भारत का यह मिशन चंद्रयान 3 की लैंडिंग होने के कारण सफल हुआ था। चन्द्रमा पर मिशन मून (चंद्रयान -3) लैंडिंग के बाद भी ये लगातार नए नए कमाल कर रहा है। चंद्रयान 3 के लैंड होने के बाद प्रज्ञान रोवर को उतारा गया था, जो चन्द्रमा के दक्षिणी छोर पर शानदार खोज करने में जुटा हुआ है।

इस बीच एक नई जानकारी सामने आई है कि प्रज्ञान रोवर ने नई खोज की है। और यह ख़ोज बहुत ही शानदार और महत्वपूर्ण ख़ोज है। इस नई ख़बर में हम आपको बता दें ! कि इस दौरान चन्द्रमा पर प्रज्ञान रोवर ने लैंडिंग स्टेशन के पास ही खोज की है | जिसमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि इसे चन्द्रमा पर 160 किलोमीटर चौड़ा एक प्राचीन दबे हुए गड्ढे की ख़ोज की है। और इस नई खोज की जानकारी सामने आने के बाद और भी कई नई और रोचक जानकारियां सामने आने की संभावना भी बढ़ गई है। (Chandrayaan-3 new update)

Chandrayaan-3 new update : चंद्रयान-3 के मिशन के जाने क्या हैं उद्देश्य

चंद्रयान-3 के मिशन के कुछ विशेष महत्वपूर्ण उद्देश्य जो इस प्रकार हैं –

  1. चन्द्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग प्रदर्शित करना |
  2. प्रज्ञान रोवर को चंद्रमा पर भ्रमण का प्रदर्शन करना |
  3. और इसके साथ ही यथास्थित वैज्ञानिक प्रयोग करना |
Chandrayaan-3 news
Chandrayaan-3 new update : चन्द्रमा पर प्रज्ञान रोवर ने फिर एक बार और कर दिखाया कमाल जाने क्या हैं ख़ास चंद्रयान-3 की अब तक की कहानी ! 2

Chandrayaan-3 new update

यह भी जाने – Canara Bank Vacancy 2024 : केनरा बैंक में 3 हजार पदों पर निकली भर्ती,ग्रेजुएट्स को मौका ! जाने इस दिन से होंगे आवेदन शुरू

इन्हें भी पढ़े – CTET Registration 2024 : केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024 (सीटीईटी) आवेदन शुरु, पात्रता, परीक्षा तिथि जाने

Chandrayaan-3 new update : इस News में जाने क्या है ख़ास चन्द्रमा पर नए गड्ढे की खोज हुई

Chandrayaan-3 new update : चन्द्रमा पर इस मिशन को प्रज्ञान रोवर की नवीनतम खोज को अहमदाबाद के भौतिक अनुसंधान लैब के वैज्ञानिकों ने साइंस डायरेक्ट के लेटेस्ट अंक में प्रकाशित किया है। और इसके साथ ही प्रज्ञान रोवर ने धतरी पर एक और नया डेटा भेजा है।

Chandrayaan-3 new update : प्रज्ञान रोवर की इस नई डेटा के अनुसार नए गड्ढे की खोज की गई है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार रोवर वर्तमान में एक्टिव है | और चंद्रयान-3 के उद्देश्यों और लक्ष्यों को हासिल करने में जुटा हुआ है। इस समय रोवर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लगातार सतह की खोज कर रहा है | और साथ ही नई नई रोचक जानकारियों को साझा कर रहा है।

Chandrayaan-3 new update : ऐसा माना जाता है कि यह गड्ढा दक्षिणी ध्रुव-ऐटकेन बेसिन के निर्माण से पहले से बना हुआ था, जो इसे चंद्रमा की सबसे पुरानी भूवैज्ञानिक संरचनाओं में से एक बनाता है। और इसके साथ ही प्रज्ञान रोवर के नेविगेशन और ऑप्टिकल हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरों द्वारा ली गई छवियों से इस प्राचीन क्रेटर की संरचना का पता चला, जिससे चंद्रमा के भूवैज्ञानिक इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं |

Chandrayaan-3 new update : चन्द्रमा पर मिशन मून

Chandrayaan-3 new update : चंद्रयान -1 ने 2008, में 22 अक्टूबर को अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा, भारत से चन्द्रमा पर पहली बार ऊंची उड़ान भरी थी और यह भारत का पहला अंतरिक्ष मिशन था | (यानि की चंद्रमा की पहली यात्रा) | चंद्रयान-1 को भी चन्द्रमा की कक्षा में नौ महीने तक काम करने के बाद एक स्टार सेंसर की विफलता का सामना करना पड़ा। और ठीक इसके तुरंत बाद एक बैकअप सेंसर भी विफल हो गया था |

Chandrayaan-3 new update : क्या आपको पता है दरअसल, चंद्रयान-2 को लगभग चार साल पहले 22 जुलाई 2019 को चंद्रमा पर भेजा गया था, लेकिन यह 02 सितंबर 2019 को चांद की ध्रूवीय कक्षा में चांद का चक्कर लगाते समय लैंडर ‘विक्रम’ अलग हो गया था | और पहले की जानकारी के अनुसार यह सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर लैंडर का स्पेस सेंटर से संपर्क टूट गया था |

Chandrayaan-3
Chandrayaan-3 new update : चन्द्रमा पर प्रज्ञान रोवर ने फिर एक बार और कर दिखाया कमाल जाने क्या हैं ख़ास चंद्रयान-3 की अब तक की कहानी ! 3

Chandrayaan-3 new update

इन्हें भी पढ़े – India Post GDS Result 2024 : State Wise Cut off ग्रामीण डाक सेवक रिजल्ट 1,2 मेरिट लिस्ट जारी यह से करें चेक

यह भी जाने – aadhar card se bank balance check online : आधार कार्ड से जाने बैंक बैलेंस घर बेठे ,अन्य कई जानकारी के साथ 2024

Chandrayaan-3 new update : जानिए कैसे ,किस प्रकार हुआ था पृथ्वी के चंद्रमा का निर्माण

Chandrayaan-3 new update : इसकी परिकल्पना के अनुसार, चंद्रमा का निर्माण दो प्रोटोप्लैनेट (ग्रह निर्माण से पहले का चरण) के बीच टकराव के परिणामस्वरूप हुआ था। जिसमे पृथ्वी बड़ा ग्रह बन गया, और छोटा ग्रह जो रहा वो चंद्रमा बन गया। सिद्धांत के अनुसार, इसके परिणामस्वरूप चंद्रमा बहुत गर्म हो गया, जिससे उसका पूरा आवरण पिघलकर ‘मैग्मा महासागर’ में बदल गया।

Chandrayaan-3 new update : क्या आपको पता हैं चंद्रमा की सतह के नीचे क्या है ?

Chandrayaan-3 new update : जैसा कि अध्ययन के लेखकों ने बताया है , कि जब चंद्रमा का निर्माण हो रहा था, तब उस समय वह ठंडा हुआ , कम घनत्व वाले एफएएन सतह पर तैरने लगे, और जबकि भारी खनिज नीचे डूब गए एवं ‘मेंटल’ बन गया, जो कि ‘क्रस्ट’ (सतह का ऊपरी हिस्सा) के नीचे स्थित है। विशेष जानकरी के अनुसार यह भी पता चला कि प्रज्ञान ने चंद्रमा की मिट्टी में मैग्नीशियम की ख़ोज कर पता लगाया है।

Chandrayaan-3 new update : भारत के चंद्रयान-3 ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया है। चंद्रयान-3 के मून मिशन से मिले आंकड़ों के अनुसार हमें यह पता चला है कि कभी चंद्रमा की सतह भी मैग्मा के महासागर से ढकी हुई रहती थी। यह खोज इसरो द्वारा भेजे गए चंद्रयान-3 के द्वारा चंद्रमा की सतह पर भेजे गए प्रज्ञान रोवर से मिले आंकड़ों के अनुसार साझा की गई है।

Chandrayaan-3 new update : ख़ास जानकारी के अनुसार लैंडर ने 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की थी। लैंडर और रोवर से जुड़ा हुआ चंद्रयान-3 को इसरो ने , बेंगलुरु द्वारा प्रक्षेपित ,(आगे भेजाना ) किया गया था।

Chandrayaan-3 new update : क्या आपको पता हैं ? कि ‘नेचर’ शोध पत्रिका में प्रकाशित एक विश्लेषण में यह बताया गया है। यह विश्लेषण चंद्रमा पर मिट्टी की माप से संबंधित है, जिसे प्रज्ञान रोवर द्वारा सतह पर 100 मीटर की दूरी तय करते हुए कई बिंदुओं पर रिकॉर्ड किया गया। और इसलिए विक्रम लैंडर द्वारा रोवर को तैनात किया गया था।

Chandrayaan-3 new update : जैसा कि प्रज्ञान रोवर के आंकड़ों से हुआ खुलासा

Chandrayaan-3 new update : इसके अध्ययन के लेखकों ने जानकरी के अनुसार बताया हैं कि नासा के अपोलो और सोवियत संघ के लूना जैसे पिछले मिशन मुख्य रूप से क्रमशः चंद्रमा की भूमध्यरेखीय और मध्य-अक्षांश क्षेत्रों से लिए गए मिट्टी के नमूनों पर निर्भर रहे हैं। इसके अध्ययन में अहमदाबाद में स्थित भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला के लेखक भी शामिल थे।

Chandrayaan-3 new update : शोधकर्ताओं ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से प्राप्त प्रज्ञान रोवर के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए पाया कि चंद्रमा की मिट्टी एक ही प्रकार की चट्टान फेरोअन एनोर्थोसाइट (एफएएन) से बनी है।

 Chandrayaan-3 से जुड़े कुछ रोचक प्रश्न
Chandrayaan-3 new update : चन्द्रमा पर प्रज्ञान रोवर ने फिर एक बार और कर दिखाया कमाल जाने क्या हैं ख़ास चंद्रयान-3 की अब तक की कहानी ! 4

Chandrayaan-3 new update

यह भी जाने – बागेश्वर धाम की आगामी कथा : आगामी श्री हनुमंत कथाएं सितंबर में कहाँ कहाँ पर होने वाली है

इन्हें भी पढ़े – SSC GD Constable 2024 – एसएससी जीडी कॉन्स्टेबल भर्ती के अधिसूचना, 05 सितम्बर से आवेदन शुरू

निष्कर्ष : क्रेटर सहित प्रज्ञान रोवर के निष्कर्षों ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों को उत्साहित किया है। इस प्राचीन और भारी गड्ढों वाले क्षेत्र से जो जानकारी एकत्रित होती है, वह चंद्रमा के प्रारंभिक इतिहास और इसके अनूठे इलाके के निर्माण के बारे में हमारी समझ को एक नया आकार दे सकती है।

Chandrayaan-3 new update : Chandrayaan-3 से जुड़े कुछ रोचक प्रश्न (FAQ’S)

प्रश्न -(1) चंद्रयान-3 के वैज्ञानिक कौन हैं ?
उत्तर -(1) चंद्रयान-3 के वैज्ञानिक एस मोहन कुमार विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं और वह चंद्रयान-3 मिशन के डायरेक्टर भी हैं | (Chandrayaan-3 new update)

प्रश्न -(2) चंद्रयान- 3 का दूसरा नाम क्या है ?
उत्तर -(2) चंद्रयान- 3 का दूसरा नाम विक्रम लैंडर हैं |

प्रश्न -(3) चंद्रयान 3 की क्या नई अपडेट है ?
उत्तर -(3) चंद्रयान-3 चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है, जो चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और घूमने में संपूर्ण क्षमता का प्रदर्शन करेगा।

प्रश्न -(4) लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ कितनी है ?
उत्तर -(4) बात लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ की हैं तो यहां पर चंद्रयान-3 का लिफ्ट-ऑफ भार लगभग 3896 किलोग्राम है , और लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ लगभग एक लूनर डे यानी पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर है। (Chandrayaan-3 new update)

प्रश्न -(5) भारत चंद्रयान- 4 कब लॉन्च होगा ?
उत्तर -(5) भारत 2027 में चंद्रयान-4 की लॉन्चिंग करेगा। यह बात ISRO चीफ डॉ. एस सोमनाथ ने नेशनल स्पेस डे (23 अगस्त) के मौके पर कही थी ।

प्रश्न -(6) मिशन चंद्रयान- 3 की थीम क्या है ?
उत्तर
-(6) चंद्रयान- 3 मिशन की थीम Science Of The Moon यानी चंद्रमा का विज्ञान है। (Chandrayaan-3 new update)

यह भी पढ़े – Sail अपरेंटिस भर्ती 2024 : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, में 356 पदों पर निकली भर्ती , जाने कब से शुरू होंगे आवेदन