Onam 2024 – इस साल 2024 में ओणम (थिरुवोणम) 15 सितंबर 2024 को मनाया जाएगा | ओणम का पर्व एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और धार्मिक त्यौहार है | ओणम केरल में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक त्यौहार है, जो फसल के मौसम और पौराणिक राजा महाबली की वापसी का प्रतीक है |
Onam 2024
Onam 2024 – यह त्यौहार सांस्कृतिक परंपराओं, पारिवारिक समारोहों और उत्सवी आनंद से भरा त्योहार है, जिसे केरल में सभी समुदाय, चाहे वे किसी भी धर्म के हों, मनाते हैं | आइए जानते हैं इस त्यौहार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें |
Onam 2024 – ओणम (Onam 2024) भगवान के अपने देश का एक ईश्वरीय त्यौहार होता है। यह त्यौहार साल का वह समय है जब केरल में तुरही, ढोल, हाथी, नाव दौड़, नृत्य, कला, संगीत, फूलों की सजावट, रोशनी, रंग, अनुष्ठान और स्वादिष्ट ओनासद्या (भोजन) के साथ हर्षपूर्ण और उल्लास पूर्ण तरीके के साथ मनाया जाता है | और इसके बिना उत्सव अधूरा सा लगता है। चाहे आप मलयाली हों या नहीं, ओणम की भावना सार्वभौमिक है।
Onam 2024 – ओणम कब मनाया जाता है ?
Onam 2024 – ओणम मलयाली लोगों का पारंपरिक त्यौहार है जिसकी शुरुआत केरल राज्य से हुई है। ओणम का त्यौहार दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक पर्व है | यह त्यौहार दक्षिण भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है और भारत में ओणम (Onam) का त्यौहार खेतों में नई फसल की उपज के लिए बहुत प्रसिद्ध है | ओणम त्यौहार इस साल 6 सितंबर के दिन (शुक्रवार) से शुरू हो चुका है ,और जिसका समापन पर्व (त्यौहार) का आखिरी दिन 15 सितंबर 2024 यानि (रविवार) के दिन होगा | Onam 2024
ओणम को लेकर क्या क्या मान्यता हैं
Onam 2024 – ओणम राजा महाबली की किंवदंती से गहराइयों से जुड़ा हुआ है | जो अपनी उदारता, दयालुता और समानता के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं | उनके शासनकाल में समृद्धि और शांति थी, जिसने अंततः महाबली के बढ़ते प्रभाव से डरकर देवताओं के बीच चिंता पैदा कर दी |
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Onam 2024 – पौराणिक कथा के अनुसार महाबली की कहानी
Onam 2024 – पौराणिक कथा के अनुसार , महाबली ब्राह्मण ऋषि प्रलाध के पोते थे। वह इतने शक्तिशाली थे , कि उन्होंने देवताओं को हराकर तीनों लोकों पर अपना कब्ज़ा कर लिया था। वैष्णव धर्म में भी , जब देवताओं ने महाबली के खिलाफ भगवान विष्णु से मदद मांगी, तो महाबली के गुण और भक्ति के कारण भगवान विष्णु ने मना कर दिया।
महाबली राजा की जीत के बाद, उन्होंने एक यज्ञ (बलिदान अनुष्ठान) के लिए अनुरोध किया, जहाँ उन्हें किसी भी माँग को पूरा करना अनिवार्य था। भगवान विष्णु ने वामन नामक एक बौने अवतार के रूप में राजा के पास पहुँचकर केवल तीन पग (पाव) भूमि का अनुरोध किया। Onam 2024
विनम्र अनुरोध से आश्चर्यचकित होने के बाद , महाबली ने अपनी सहमति व्यक्त की । इसके बाद वामन ने बहुत बड़ा आकार लिया और दो पग में धरती और आकाश को नाप लिया।और उनके तीसरे पग के लिए कोई जगह बची ही नहीं थी, इसलिए महाबली ने अपना सिर उनके आगे रख दिया। वामन ने उनकी भक्ति से प्रभावित होकर उन्हें पाताल यानि (अंडरवर्ल्ड) भेज दिया | (Onam 2024)
और उन्हें हर वर्ष एक बार अपने राज्य में आने का वरदान दिया। और इस वार्षिक यात्रा को ओणम के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है, जो महाबली की वापसी का प्रतीक होता है। Onam 2024
इस दिन लोग अपने घर के आँगन में भगवान विष्णु के वामन अवतार की और महाबली की मूर्ति की स्थापित करते है | और भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा करते है | और इसी के साथ वह दसवें दिन पूजा के बाद मूर्तियों को विसर्जित कर दिया जाता है |
और इस त्योहार में अपने स्वादिष्ट व्यंजन जैसे कालन, ओलन, पचड़ी, तोरण, सांभर, अवियल, परिप्पू करी और इंजीपुल्ली के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है | इस दिन कई मनोरंजक कार्यक्रम जैसे कथकली नृत्य, पुलिकली नृत्य और गायन भी उत्सव मनाने के लिए आयोजित किए जाते हैं | ओणम एक पारंपरिक त्यौहार के रुप में मनाया जाता है | (Onam 2024)
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ओणम उत्सव के शीर्ष पाँच आकर्षण (Onam 2024)
त्रिपुनिथुरा अथचमायम – त्रिपुनिथुरा अथचमायम उत्सव में सजे – धजे हाथियों, संगीतकारों और केरल की विभिन्न पारंपरिक कलाओं के साथ सड़क पर परेड निकाली जाती है। इस उत्सव की शुरुआत दिलचस्प है, जिसका पता कोच्चि के महाराजा से लगाया जा सकता है।
थ्रिक्काकारा मंदिर – थ्रिक्काकारा मंदिर ओणम के त्यौहार से जुड़ा हुआ है। इस त्यौहार का मुख्य आकर्षण भव्य जुलूस होता है। समारोह की शुरुआत ध्वजारोहण से होती है। Onam 2024
दावत – ओणम त्यौहार दावत के बिना अधूरा है। इसे पारंपरिक रूप से ओणसध्या (भव्य त्योहार ओणम का सबसे स्वादिष्ट भोज) के नाम से जाना जाता है। इसमें कई तरह के शाकाहारी व्यंजन और दूध से बनी मिठाइयाँ शामिल होती हैं।
पुलिक्कली टाइगर प्ले – पुलिक्कली की कला देश के सबसे अनोखे त्यौहारों में से एक है, जहाँ नर्तक बाघ की पोशाक पहनते हैं और संगीत वाद्ययंत्रों की धुन पर बाघ के कदमों की नकल करते हुए सड़कों पर नाचते हुए जाते हैं। सबसे अच्छी पोशाक पहनने वाले बाघ को पुरस्कृत किया जाता है। Onam 2024
अरनमुला सर्प नौका दौड – सर्प नौका दौड़ केरल ओणम त्योहार का एक और आकर्षण है, जहां विशेषज्ञ नाविक प्राचीन नौका गीत गाते हुए पारंपरिक सर्प नौकाओं को दौड़ाते हैं |
दूसरी ओर, कुम्माट्टिकाली एक ऐसा नृत्य है जिसमें भारी रंग-बिरंगे मुखौटे पहने जाते हैं, जिसमें कृष्ण, नारद, दारिका और किराथ को दर्शाया जाता है। यह केरल के त्रिशूर जिले में सबसे ज़्यादा प्रचलित है। (Onam 2024)
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Onam 2024 – ओणम का महत्व
ओणम एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जो मुख्य रूप से भारतीय राज्य केरल में मनाया जाता है। और हिंदू पौराणिक कथाओं में निहित है, यह त्यौहार पौराणिक राजा महाबली की वापसी को याद करता है, जिनके शासनकाल में केरल ने समृद्धि और खुशी का स्वर्ण युग देखा था। ओणम केरल के सबसे महत्वपूर्ण और आनंदमय त्योहारों में से एक है । और यह त्यौहार 10 दिनों तक मनाया जाने वाला पारंपरिक अनुष्ठानों, प्रदर्शनों, दावतों और मजेदार गतिविधियों के द्वारा लोगों को एक साथ लाता है। (Onam 2024)
ओणम न केवल फसल कटाई का त्यौहार है, बल्कि एकता, समानता और उदारता के मूल्यों को प्रतिबिंबित करने का भी एक समय है | महाबली के शासनकाल की कहानी उस समय का प्रतिनिधित्व करती है जब सभी के साथ समान व्यवहार किया जाता था, और न कोई गरीबी न कोई पीड़ा थी | यह त्यौहार एकजुटता की भावना का प्रतीक है, क्योंकि इस त्यौहार से परिवार फिर से आपस में मिलते हैं | और समुदाय विभिन्न आयोजनों, अनुष्ठानों और खेलों में भाग लेने के लिए एक साथ आते हैं |
इन दस दिनों में कई तरह तरह की रस्में की जाती है | ओणम के पहले दिन को अथम के नाम से जाना जाता है | इस दिन घर मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जाता है | इस दौरान कई तरह के खेल भी खेले जाते हैं | जिनमें नाव दौड़, वल्लम काली और सांप नाव दौड़ मुख्य तौर पर पंसद किया जाता है | (Onam 2024)
Onam 2024 – ओणम 2024 से सम्बंधित कुछ प्रश्न
1. ओणम 2024 में कब है ?
ओणम जिसे मलयालम भाषा में थिरुवोणम भी कहते हैं, यह 15 सितंबर 2024 है |
2. ओणम कहाँ मनाया जाता है ?
ओणम दक्षिण भारत का प्रमुख्य त्यौहार होता है जो विशेष रूप से केरल में मनाया जाता है | Onam 2024
3. ओणम में किसकी पूजा की जाती है ?
लोग इस दिन विष्णु भगवान और महाबली की पूजा करते हैं, वहीं कुछ लोग खेतों में अच्छी फसल की कामना के साथ भी इस त्योहार को मनाते हैं |
4. ओणम कितने दिन तक मनाया जाता है ?
ओणम का यह पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है |
5. ओणम किसका प्रतीक है ?
ओणम पर्व पौराणिक न्यायप्रिय राजा महाबली की वापसी के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है | Onam 2024